6. इंजीनियरिंग और गैर परम्परागत ऊर्जा:-
- पॉली वस्त्र यानी ऐसे वस्त्र जो भारत में मानव निर्मित रेशे की रूई-रेशम या ऊन के साथ
या इसमें से किसी दो या सभी को मिलाकर हाथ से काता गया तथा हथकरघे पर बुना गया हो या
भारत में बना ऐसा वस्त्र जो हाथ कते मानव निर्मित रेशा के धागों का सूती, रेशमी या
ऊनी धागे या इसमें से किसी दो धागे या सभी धागों से मिलाकर हथकरघे पर बुना गया हो।
- लाक वस्त्र का निर्माण।
- होजरी।
- सिलाई और सिली सिलाई पोशाक तैयार करना।
- हाथ से मछली मारने वाले नायलॉन/सूती जाल तैयार करना।
- छींटकारी।
- खिलौना और गुडियों का निर्माण।
- कशीदरी।
- शल्य चिकित्सा पट्टी का निर्माण।
- स्टोव की बत्तियाँ।
- धागे का गोला, ऊनी गोला तथा लच्छी निर्माण।
- पारम्परिक पोशाकें।
- दरीं बुनाई।
7. इंजीनियरिंग और गैर परम्परागत ऊर्जा:-
- धुलाई।
- नाई।
- नलसाजी।
- बिजली की वायरिंग और घरेलू इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण की मरम्मत।
- डीजल इन्जनों , पम्पसेटों आदि की मरम्मत।
- टायर बल्कनीकरण (रिट्रीडिंग) इकाई।
- छिड़काव, कीटनाशक, पम्पसेटों आदि के लिए कृषि सेवा कार्य।
- लाउडस्पीकर, घ्वनि प्रसारक, माइक आदि ध्वनि प्रणालियों को किराये पर देना।
- बैटरी भरना।
- कलाफलक चित्रकारी।
- साइकिल मरम्मत की दुकानें।
- राजगीर।
- ढाबा (शराब रहित) ।
- ढाबा (शराब रहित) ।
- चाय की दुकान।
- चिकन इम्ब्रायडरी।
- बैंड मण्डली।
- आयोडीन युक्त नमक।